बिहार बोर्ड ने इंटर और मैट्रिक परीक्षा के लिए जारी किया गाईड्स लाइन
Hello दोस्तो आज के इस नए पोस्ट में इंटर और मैट्रिक परीक्षा के नये गाईड्स लाइन के बारे में विस्तृत जानकारी मिलने वाले है । जो आपके परीक्षा से पहले जान लेना काभी जरूरी है ।
बिहार बोर्ड :- इंटर और मैट्रिक परीक्षा (2022) के संबंध में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के सचिव ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया कि परीक्षा केन्द्रों पर कोरोना गाइडलाइन का पालन सही तरीके से किया जाय । ताकि सभी छात्र/छात्रा सुरक्षित तरीके से अपना परीक्षा दे सके ।
BSEB, Bihar Board Guideline for Inter Matric Exam: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (Bihar School Examination Board) यानी बिहार बोर्ड की ओर से ली जाने वाली इंटर (Bihar Board 12th Exam) एवं मैट्रिक (Bihar Board 10th Exam) की परीक्षा के लिए विस्तृत गाइडलाइन जारी कर दी गई है। इससे परीक्षार्थियों और उनके अभिभावकों के कई संशय दूर हो जाएंगे। परीक्षा केंद्रों पर सर्दी-खांसी एवं बुखार से पीडि़त सभी परीक्षार्थियों को बैठने के लिए अलग से व्यवस्था की जाएगी। बीमार परीक्षार्थियों को बैठने के लिए विशेष हाल में व्यवस्था की जा सकती है, ताकि अन्य परीक्षार्थी संक्रमण से प्रभावित न हों।
हर केन्द्र पर 5 प्रतिशत अधिक मास्क की व्यवस्था की जाएगी ।
( यानी किसी भी छात्र को बिना मास्क के बिना प्रवेश नहीं दिया जाएगा )
इस विषय में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के सचिव ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया कि परीक्षा केन्द्रों पर कोरोना गाइडलाइन का पालन सही तरीके से किया जाए। परीक्षा के लिए बोर्ड ने मार्गदर्शिका जारी कर दिया है। बोर्ड ने परीक्षा केंद्राधीक्षकों को निर्देश दिया है कि हर परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों की कुल संख्या से 5 प्रतिशत अधिक मास्क की व्यवस्था की जाए। अगर कोई छात्र एवं छात्रा मास्क पहनकर नहीं आता है तो उसे स्कूल की ओर से परीक्षा सेंटर पर दिया जाएगा। इसके अलावा परीक्षा शुरू होने से पहले सभी कमरों को सैनिटाइज किया जाना चाहिए। वहीं दूसरी पाली की परीक्षा शुरू होने से पहले भी सेंटर को सैनिटाइज करने का आदेश दिया गया है ।
एक बेंच पर दो परीक्षार्थियों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी, ताकि शारीरिक दूरी के नियम का पालन हो सके। अगर पर्याप्त संख्या में कमरे नहीं होंगे तो बरामदे में परीक्षार्थियों के बैठने की व्यवस्था की जा सकती है। इसके अलावा पंडाल लगाकर भी परीक्षार्थियों के बैठाया जा सकता है। गाइडलाइन में किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा देने से रोकने की कोई बात नहीं है।
सर्दी-खांसी व बुखार के लक्षण वाले परीक्षार्थियों के लिए होगी अलग व्यवस्था बैठेने की मैट्रिक , इंटर स्टूडेंट्स को।
7 दिन में करना होगा 52 लाख किशोरों का टीकाकरण
बिहार के करीब 52 लाख किशोरों का टीकाकरण महज सात दिनों में करना होगा। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग ने तकरीबन 37 प्रतिशत किशोरों का टीकाकरण किया है। इस मामले में राष्ट्रीय औसत 52 प्रतिशत है। स्वास्थ्य विभाग ने 17 दिन में 83.46 लाख किशोरों में से 31 लाख को कोविडरोधी टीके दिए हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने रखी 26 जनवरी तक की डेडलाइन टिके का
स्वास्थ्य विभाग ने मैट्रिक और इंटर की परीक्षाओं को देखते हुए किशोरों के टीकाकरण के लिए 26 जनवरी तक की डेडलाइन तय की है। बिहार की अपेक्षा दूसरे कई प्रदेशो में भी काफी तेजी से किशोरों का टीकाकरण लगाए जा रहे है।
शिक्षा विभाग की ली जा रही है मदद
राज्य में स्वास्थ्य विभाग टीके के इस अभियान में शिक्षा विभाग की भी मदद ले रहा है। सरकारी निर्देश के बाद प्रदेश के स्कूलों में भी किशोरों के लिए टीके की व्यवस्था की गई है। स्कूलों में शिक्षकों को टीकाकरण का नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। स्वास्थ्य सूत्रों ने बताया कि प्रतिदिन यदि कल से 10 लाख किशोरों को कोविड रोधी टीके दिए गए तभी शेष बचे 52 लाख का टीकाकरण संभव हो पाएगा।